Processor kya hai: इस स्मार्ट युग में चाहे वो अमीर हो या गरीब लगभग सबके पास इलेक्ट्रॉनिक gadgets या मशीन जरूर होती है, चाहे फिर वो बचो का खेलने बाला इलेक्ट्रॉनिक खिलौना क्यों न हो। सभी इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स में एक चीज कॉमन होती है वो है प्रोसेसर, प्रोसेसर ही एक ऐसा कंपोनेंट होता है जो सभी इलेक्ट्रॉनिक मशीन में यूज होता है। प्रोसेसर ही एक ऐसा कंपोनेंट होता है जो electronic gagdet को कंट्रोल करता है इसलिए प्रोसेसर को इलेक्ट्रिक मशीन का दिमाग भी कहा जाता है।
हम सभी को यह तो मालूम होता है कि प्रोसेसर जितना अच्छा और लेटेस्ट होगा। हमारा device उतना ही अच्छे से और फास्ट काम करेगा। बहुत बार हमे प्रोसेसर की सही जानकारी नहीं होने के कारन हम गलत प्रोसेसर या गलत प्रोसेसर बाली गैजेट्स या मशीन ले लेते और उसके बाद पछताते है। अगर दोस्तो आपको प्रोसेसर की सही जानकारी होगी तो आप खुद से अपने लिए अच्छा प्रोसेसर या अच्छे प्रोसेसर वाले Computer का चयन कर पाएंगे। आप इस आर्टिकल के माध्यम से जान जाओगे की Processor kya hai or कैसे काम करता है ( processor ki puri jankari)।
Processor kya hai और प्रोसेसर कैसे काम करता है
1. प्रोसेसर क्या होता है:-

Processor kya hai प्रोसेसर एक मेटल और सेंड से बनी चौकोर चिप होती है जिसके अंदर बहुत अधिक मात्रा में ट्रांसिस्टर लगे होते है। प्रोसेसर का ऊपर बाला हिस्सा समतल होता है और निचे बाले हिसे में बहुत सारी मेटल की छोटी छोटी पिंस देखने को मिलती है। प्रॉसेसर कंप्यूटर का एक मैन पार्ट होता है जिसे हम कंप्यूटर का दिल या दिमाग भी कहते है। प्रोसेसर को हम CPU भी कहते है जिसका अर्थ है सेंट्रल प्रॉसेसिंग यूनिट होता है। प्रोसेसर के पास सभी कॉम्पोनेन्ट की पूरी जानकारी होती है, या आप ये भी कह सकते है की प्रोसेसर कंप्यूटर के सभी पार्ट्स को control करता है। कंप्यूटर में प्रोसेसर डाटा को प्रॉसेस करने का काम करता है।
विश्व में मुख्यत: दो बड़ी माइक्रोप्रोसेसर उत्पादक कंपनियां है – इंटेल (INTEL) और ए.एम.डी. (AMD)। इनमें से इन्टैल कंपनी के प्रोसेसर अधिक प्रयोग किये जाते हैं। प्रत्येक कंपनी प्रोसेसर की तकनीक और उसकी क्षमता के अनुसार उन्हे अलग अलग कोड नाम देती हैं, जैसे इंटेल कंपनी के प्रमुख प्रोसेसर हैं पैन्टियम -1, पैन्टियम -2, पैन्टियम -3, पैन्टियम -4, सैलेरॉन, कोर टू डुयो आदि।उसी तरह ए।एम।डी। कंपनी के प्रमुख प्रोसेसर हैं के-5, के-6, ऐथेलॉन आदि।
2. प्रोसेसर क्या काम करता है:-
जब हम कंप्यूटर में कोई इनपुट देते है तो वह उस इनपुट डाटा को प्रॉसेस करता है और हमे रिजल्ट देता है। जब हम कंप्यूटर को input देते है, जैसे आपने अपने computer mouse से किसी video पे डबल क्लिक किया-यह एक input है जो आपने डबल क्लिक करके कंप्यूटर को दी। अब कंप्यूटर उस इनपुट को analyse करेगा और अपनी स्टोरेज में खोजेगा और किसी प्रोग्राम के माध्यम से उसे decode करेगा, इस पुरे क्रियाकलाप को जो इंटरनली होता है उसे प्रोसेस कहते है जो की एक प्रोसेसर के द्वारा की जाती है। सिंपल भाषा में कहे तो Processor का main काम है इनपुट किये गए डाटा को प्रोसेस करना।
3. प्रोसेसर कैसे काम करता है:-
जब भी प्रोसेसर कोई प्रोसेस कम्प्लीट करता है तो उसे वह प्रोसेसिंग को पूरा करने के लिए 4 प्रोसेस से गुजरना पड़ता है Fetch , decode , execute and write back। जब हम कंप्यूटर को कोई इंस्ट्रक्शन देते है तो वह डाटा RAM में आ जाता है, अब RAM उस प्रोसेस को कुछ हिसो में devide करती है जिन्हे प्रोग्राम कहते है। प्रोसेसर उस data को Ram से उठाता और प्रोसेस करता है। तो चलिए जानते है यह प्रोसेस किस तरह से पूरी होती है।
- FETCH: Fetch यानि कंही से डाटा उठाना तो प्रोसेसर सबसे पहले डाटा को Ram से अपने पास लता है जैसे मैंने आपको ऊपर बताया था की राम हमारी दी gayi इंस्ट्रक्शन को पार्ट्स में devide करती है जिन्हे हम programe कहते है, प्रोग्राम उस इंस्ट्रक्शन का कुछ डाटा होता है तो प्रोसेसर उस डाटा को अपने पास लाता है।
- Decode: प्रोसेसर डाटा को FATCH करने के बाद उसे समझता है की इस डाटा के साथ क्या करना है और उस डाटा को डिकोड करता है ताकि प्रोसेसर डाटा को execute कर सकते।
- Execute: अभी प्रोसेसर डिकोड किये गए डाटा को execute करता है या यूँ कहे instruction के result को compute करता है।
- Write Back: जो भी इंस्ट्रक्शन हमने प्रोसेसर को दी होती है प्रोसेसर उसे step by spet पूरा कर देता है जब वह इंस्ट्रक्शन execute हो जाती है तो प्रोसेसर उसे memery (RAM ) के address बाले एरिया में write कर देता है ताकि आगे यूजर को उस इंट्रक्शन का आउटपुट के रूप में रिजल्ट मिल सके।

4. प्रोसेसर में क्लॉक स्पीड क्या होती है और क्या काम करती है:-
प्रोसेसर को एक इंस्ट्रक्शन को पूरा करने के लिए इन 4 प्रोसेस को Fetch , decode , execute and write back बार बार करना पड़ता है तो जब इन चार प्रोसेस का एक सर्किल बनता है तो उसे एक clock circle कहते है। अब जीतनी जल्दी जल्दी यह सर्किल पूरा होगा उतना हीप्रोसेसर या किसी अन्य चिप को काम करने के लिए उसके अंदर बने सर्किट को on और ऑफ करना पड़ता है इसके लिए उसमे एक क्लॉक लगी होती जो की एक particular टाइम में उस सर्किट को on और ऑफ करती है। एक second में वह क्लॉक प्रोसेसर जिस गति से on ऑफ करती है उसे प्रोसेसर की क्लॉक स्पीड कहते है।
स्पीड को मापने के लिए हम hertz मात्रक का इस्तेमाल करते है, अगर आपका प्रोसेसर की स्पीड 2GHz है तो आपका प्रोसेसर एक सेकंड में 2 बिलियन बार on और ऑफ होगा। हम सीधे शब्दों में यह कह सकते है की अगर आपका प्रोसेसर ज्यादा क्लॉक स्पीड के साथ आता है तो बह सभी काम जल्दी जल्दी करेगा।लेकिन याँह पे आपको यह भी ध्यान देना होगा की उस प्रोसेसर में कितने कोर है।
5. प्रोसेसर में कोर क्या होता है:
आमतौर पर कोर सीपीयू का एक कंप्यूटेशनल युनिट है, जो ALU के माध्यम सें विशिष्ट ऑपरेशन के लिए इन्स्ट्रक्शन को पढता है। अगर सीपीयू में एक ही कोर है, तो इसका मतलब है की सीपीयू में एक ही सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट है और यह मल्टीपल ऑपरेशन को एक साथ नही कर सकता।
परफॉरमेंस को बढ़ाने के लिए इसमें अतिरिक्त “कोर,” या सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट जोड़ें जाते है। डुअल-कोर सीपीयू में दो सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट एक ही सर्किट पर लगे होते है जो एक ही युनिट की तरह व्यवहार करते है। डुअल-कोर आपके सभी एक्शन को तेजी से और एक ही समय पर परफॉरम करता है।इसी तरह से आपको 4 कोर, 6 कोर, 8 कोर अदि प्रोसेसर प्रोसेसर की एफिशंसी को बढ़ाने के लिए इनमे भी अतिरिक्त कोर्स को जोड़ा गया है।
अगर हम kore को सिंपल भाषा में समझे तो कोर प्रोसेसर के हाथ है, अब प्रोसेसर के पास जितने ज्यादा हाथ होंगे बो उतना ही जल्दी किसी भी काम को पूरा कर सकता है। जिस भी प्रोसेसर में जयदा कोर होंगे बो प्रोसेसर जल्दी काम करेगा और उस प्रोसेसर में आप एक साथ बहुत ज्यादा काम कर सकते हो यानी multitasking कर सकते है।
7. प्रोसेसर की हिस्ट्री:
आमतौर पर माइक्रोप्रोसेसर के आविष्कार का श्रेय इंटेल-4004 नामक माइक्रोप्रोसेसर को जाता है। इंटेल ने इसे 1971 में बाजार में निकाला था। किन्तु इसी समय टेक्सास इंस्ट्रुमेंट्स के टीएमएस-1000 और गॉरेट एआई रिसर्च यानी जीएसी ने सेंट्रल एयर डेटा कंप्यूटर (सीएडीसी) का निर्माण शुरू कर दिया था। इंटेल-4004 का आविष्कार 1969 में हुआ था। इसके निर्माण का आर्डर जापानी कंपनी बिजीकॉम ने इंटेल को दिया था।
इसके प्रमुख अनुसंधानकर्ता के तौर पर इंटेल के इंजीनियर टेड हॉफ का नाम लिया जाता है। टेड मूलत: चिप डिजाइनर नहीं थे पर उन्होंने बिजीकॉम चिप में फेरबदल कर इसका निर्माण किया। इस माइक्रोप्रोसेसर की विशेषताओं को स्टेनली माजोर और बिजीकॉम के इंजीनियर मात्सातोषी सिमा ने जोड़ा! आधुनिक चिप विकसित करने का श्रेय फ्रेडरिको फेगिन को दिया जाता है। फ्रेडरिको ने ही सिलीकोन गेट तकनीक का आविष्कार किया है!
निष्कर्ष
PROCESSOR KYA HAI, प्रोसेसर एक मेटल और सेंड से बनी चौकोर चिप होती है जिसके अंदर बहुत अधिक मात्रा में ट्रांसिस्टर लगे होते है! प्रोसेसर का ऊपर बाला हिस्सा समतल होता है और निचे बाले हिसे में बहुत सारी मेटल की छोटी छोटी पिंस देखने को मिलती है! प्रॉसेसर कंप्यूटर का एक मैन पार्ट होता है जिसे हम कंप्यूटर का दिल या दिमाग भी कहते है! PROCESSOR का MAIN काम है इनपुट किये गए डाटा को प्रोसेस करना और आउटपुट के रूप में रिजल्ट दिखाना! PROCESSOR को एक INSTRUCTION पूरा करने के लिए 4 प्रोसेस से गुजरना पड़ता है FETCH , DECODE , EXECUTE AND WRITE BACK।
प्रोसेसर को एक इंस्ट्रक्शन को पूरा करने के लिए इन 4 प्रोसेस को FETCH , DECODE , EXECUTE AND WRITE BACK को पूरा करना पड़ता है! तो जब इन चार प्रोसेस का एक सर्किल बनता है तो उसे एक CLOCK CIRCLE कहते है! आपका प्रोसेसर एक सेकंड में जितने क्लॉक सर्किल पूरा करता है उसे क्लॉक स्पीड कहते है जिसे हम HERTZ में मापते है! अगर हम CORE को सिंपल भाषा में समझे तो कोर प्रोसेसर के हाथ है! अब प्रोसेसर के पास जितने ज्यादा हाथ होंगे बो उतना ही जल्दी किसी भी काम को पूरा कर सकता है! आमतौर पर माइक्रोप्रोसेसर के आविष्कार का श्रेय इंटेल-4004 नामक माइक्रोप्रोसेसर को जाता है! इंटेल ने इसे 1971 में बाजार में निकाला था।